ये रिश्ते ही हैं!!!

रिश्तों को परखना नहीं चाहिए... रिश्तों पर विश्वास करना चाहिए...

शनिवार, 18 सितंबर 2010

आप सबका स्वागत है

मैं पंकज आज से आप दोस्तों के साथ ब्लॉगिंग के जरिये जुड़ रहा हूं। ये रिश्ता और बढ़े, यही कामना है।

5 टिप्‍पणियां:

  1. पंकज बाबू ब्लॉगिंग की दुनिया में स्वागत है

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  2. शब्द पुष्टिकरण हटा दें तो टिप्पणी करने में आसानी होगी ..धन्यवाद
    वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
    डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो NO करें ..सेव करें ..बस हो गया

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